संवाददाता जितेन्द्र कुमार बस्ती यू पी
साल 1720 . ई0 जब पूरी दुनिया मे फ्लाइंग नामक वायरस फैल गया था । इसे ग्रेट ऑफ फ्लाइंग के नाम से कहा जाने लगा था। फ्रांस का एक शहर है मारफिले जहां से यह वायरस फैला। इस वायरस के कारण एक लाख से अधिक लोगों की मौते हुई थी। उस वक्त जनसंख्या भी कम थी लेकिन इस वायरस ने लाशों का कोहराम मचा दिया । साल 1807 . ई0 मे यह महामारी चाइना के इलाकों में अपना पैर पसार चुका था। चाइना से ही यह बीमारी भारत मे पहुंची। 1890. ई0 इस महामारी में भारत में चाइना से भी ज्यादा कोहराम मचाया लाखों लोग इसकी चपेट में आ गए ।1820. ई0 कोलोरा नामक वायरस की महामारी 1807. ई0 के ठीक 100 साल बाद यह महामारी एशिया के देशों खाड़ी मे कोलेरा की महामारी ने एक लाख से ज्यादा मौतें हुई । इस महामारी में सबसे ज्यादा थाईलैंड फिलीपींस इंडोनेशिया जैसे शहरों में हुई इस महामारी ने भी कई लोगों की जिंदगियां छीन ली। इस महामारी के ठीक 100 साल बाद स्पैनिक फ्लो का कहर बरसा 1918. ई0 से ही लेकिन 1920. ई0 मे इसका असर तेज हो गया प्रथम विश्वयुद्ध में जीतने लोग मारे गए थे उससे दोगुना लोगों की इस फ्लू के कारण मौतें हुई तकरीबन 5 करोड़ लोगों की जानें गई यह इतिहास की सबसे बड़ी महामारी थी आज कोरोनावायरस का नाम सुनकर लोगों को सहम जाना पड़ता है चाइना के एक शहर वहाम से शुरू हुई यह महामारी पूरी दुनिया में फैल चुकी है आज इससे लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं और हजारों लोगों की जाने भी जा चुकी हैं और अभी भी फैलता चला जा रहा है पूरे देश के वैज्ञानिक इसका टीका बनाने में जुटे हुए हैं लेकिन सफलता अभी तक हाथ नहीं लगी इसलिए सावधानी बरतें और यह मानकर चलें कि सामने वाले के अंदर कोरोनावायरस है
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